पुलिस सूत्रों के अनुसार तिरोड़ा तहसील की यह वारदात थोड़ी फिल्मी लग सकती है। मगर है हकीकत मे। डेढ़ साल पहले तिरोड़ा तहसील के भूराटोला निवासी इस घटना के मुख्य आरोपी 24 वर्षीय मंगेश माणिकचंद राहंगडाले के बड़े भाई को मामूली विवाद को लेकर चाकू से प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया गया था। इस हत्या का बदला लेने के लिए आरोपी ने एक युवती को मोहरा बनाकर फिल्मी स्टाइल से हत्या की प्लानिंग तैयार कर भूराटोला निवासी सुनील तुमडे की निर्मम हत्या कर दी। हैरान कर देने वाली यह घटना तिरोड़ा तहसील के भिवापुर नाला परिसर मे 23 नवंबर की रात को सामने आई । यह घटना किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है तो चलिए पूरे घटना के बारे में खबर के माध्यम से आपको बताते हैं।
पुलिस ने बताया कि तिरोड़ा पुलिस थाना अंतर्गत भिवापुर नाले के समीप 23- 24 नवंबर की रात को किसी अज्ञात ने भूराटोला निवासी 32 वर्षीय सुनील चंद्रकुमार तुमडे की हत्या कर दी है। इस मामले मे मृतक की मां चंद्रकला तुमडे की शिकायत पर तिरोड़ा पुलिस थाने मे अज्ञातों के खिलाफ धारा 103(1) भारतीय न्याय संहिता 2023 के तहत मामला दर्ज किया गया। मामला हत्या से जुड़ा होने से पुलिस अधीक्षक गोरख भामरे व अपर पुलिस अधीक्षक नित्यानंद झा ने जांच के निर्देश दिए । निर्देश मिलते ही उपविभागीय पुलिस अधिकारी साहिल झरकर के मार्गदर्शन मे लोकल क्राइम ब्रांच के पुलिस निरीक्षक दिनेश लबदे के नेतृत्व मे जांच टीम का गठन किया गया। जांच टीम के अधिकारियों ने कुछ ही घंटों मे हत्या का पर्दाफाश कर दिया। गुप्तचरों के माध्यम से जांच शुरु कर दी। हत्या की घटना में भिवापुर निवासी 19 वर्षीय युवती वैष्णवी गणेश सुरनकर पूछताछ के लिए हिरासत मे लिया गया। पूछताछ मे वैष्णवी ने इस घटना में मुख्य आरोपी भूराटोला निवासी 24 वर्षीय मंगेश माणिकचंद राहंगडाले बताया। जानकारी के अनुसार पुलिस ने आरोपी मंगेश को मुंबई जाकर उसे हिरासत मे लेकर आरोपियों को गिरफ्तार कर मंगेश और वैष्णवी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया।
*युवती को मोहरा बनाकर
दिया घटना को अंजाम*
पुलिस में जब दोनों आरोपियों से हत्या की वजह व प्लानिंग पूछी तो आरोपियों द्वारा बनाई गई योजना से पुलिस भी कुछ देर के लिए सोच में पड़ गई । आरोपियों ने पुलिस को बताया कि पिछले वर्ष आरोपी मंगेश माणिकचंद राहंगडाले के बड़े भाई गुरुदास माणिकचंद राहंगडाले की हत्या मृतक सुनील तुमडे के पिता चंद्रकुमार तुमडे ने की थी। इसी घटना का बदला लेने के उद्देश्य से मंगेश ने भिवापुर निवासी 19 वर्षीय वैष्णवी इस युवती से संपर्क साधा। और वैष्णवी को मृतक सुनील तुमडे से इंस्टाग्राम के माध्यम से दोस्ती कराई। उसके बाद उसे विश्वास मे लेकर इंस्टाग्राम के माध्यम से वैष्णवी ने सुनील को घटनास्थल पर मिलने के लिए बुलाया। जब मृतक वैष्णवी से मिलने आया तो आरोपी मंगेश ने सुनील तुमडे के मस्तक पर कुल्हाड़ी से प्रहार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। इस तरह की जानकारी दोनों आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताई। हत्या का पर्दाफाश होते ही पुलिस ने दोनो आरोपियों को जिला सत्र न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने दोनो आरोपियों को 30 नवंबर तक पुलिस कस्टडी मे रखने का आदेश सुनाया है। उपरोक्त कारवाई जिला पुलिस अधीक्षक गोरख भामरे अपर पुलिस अधीक्षक नित्यानंद झा, उपविभागीय पुलिस अधिकारी साहिल झरकर के मार्गदर्शन मे लोकल क्राइम ब्रांच के पुलिस निरीक्षक दिनेश लबदे, सहायक पुलिस निरीक्षक संजय तुपे, पुलिस उपनिरीक्षक वनिता सायकर, प्रकाश गायधने, दुर्गेश तिवारी, सुबोध बिसेन, इंद्रजीत बिसेन, चितरंजन कोडापे, सुजीत हलमारे, रियाज शेख, छगन विट्ठले, संतोष केदार, दुर्गेश पाटिल, राम खंडारे, मुरली पांडे, तिरोड़ा पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक अमित वानखेड़े तथा पुलिस टीम ने की है।
*आरोपी मंगेश के भाई की
डेढ़ साल पहले की गई थी हत्या*
सूत्रों के अनुसार जानकारी मिली कि तिरोड़ा तहसील अंतर्गत भूराटोला गांव आता है। आरोपी मंगेश माणिकचंद राहंगडाले इस गांव का निवासी होकर उसके बड़े 28 वर्षीय गुरुदास माणिकचंद राहंगडाले ने खेत मे मवेशी चराने ले गया था। इस दौरान मृतक सुनील तुमडे के खेत मे मवेशी चले जाने से सुनील चंद्रकुमार तुमडे का आरोप था कि उसे नुकसान पहुंचा है। इसी बात को लेकर विवाद शुरू था। जब गुरुदास गुटका लेने गांव के एक दुकान मे गया था तो मृतक सुनील तुमडे के पिता व अन्य दो आरोपियों ने गुरुदास पर चाकू से प्रहार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। यह घटना मई 2023 मे घटित हुई थी। उपचार के दौरान गुरुदास की मौत हो गई थी। आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था। भाई की हत्या का बदला लेने के लिए मंगेश राहंगडाले ने हत्या की योजना बनाने के लिए युवती को मोहरा बनाया और आरोपी वैष्णवी की सहायता से सुनील तुमडे को मौत के घाट उतार दिया। भरत घासले